गनियारीखुर्द गांव के ग्रामीणो ने समाज मे नशाखोरी पर पुर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए किया बैठक

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गनियारीखुर्द गांव के आदिवासी खरवार समुदाय के लोगो ने नशाखोरी पर पुर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए किया बैठक

धुरकी|गढ़वा: धुरकी प्रखंड क्षेत्र के गनियारीकला पंचायत अंतर्गत गनियारीखुर्द गांव स्थित शिव चर्चा स्थल मे ग्रामीणो ने रविवार को समाज मे बढ़ रहे नशाखोरी व फैल रहे समाजिक कुरीतियों पर रोकथाम और अंकुश लगाने के लिए सकेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता मे बैठक की गई। बैठक मे गांव के युवक और बुद्धिजीवियों ने नशाखोरी व समाज मे शिक्षा के अभाव मे पनप रहे कुरीतियों के खिलाफ विस्तृत रूप से सभी ने बारी-बारी से अपने-अपने विचारो को सबके समक्ष रखा। शबा आइसक्रीम धुरकी

इसके बाद गांव के सभी वृद्ध अभिभावक और खासकर के समाज के अगुआ युवकों ने यह निर्णय लिया है की गांव मे शराब बनाने पर पुर्ण पाबंदी लगाई जाएगी। समाजिक पाबंदी के बाद भी अगर चोरी-चुपके जो लोग शराब बनाएंगे और नशाखोरी करेंगे तब उन्हें समाजिक रूप से उनसे आग्रह कर शराब पीने से मना करेंगे। ग्रामीणो ने कहा की नशाखोरी से हंसता-बसता हुआ घर परिवार उजड़ जाता है, उन्होने यह भी कहा की समाज मे तेजी से नशाखोरी का प्रचलन पनप रहा है। अगर समय रहते इसपर हमलोग विचार-विमर्श कर रोकथाम नही करेंगे तह हमारी आने वाली पीढ़ियां नस्ले तब्बाह व बर्बाद हो जाएंगी। बैठक मे यह भी निर्णय लिया गया की शिक्षा के बिना अच्छे समाज की परिकल्पना नही की जा सकती है, वही शिक्षा के अभाव मे तरह-तरह की समाजिक कुरितियां पनप रही है। ग्रामीणो ने सर्वसम्मती से यह निर्णय लिया है की नशाखोरी पर पुर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा, और जो लोग समाजिक फैसले के विपरीत नशा व शराब का सेवन करेंगे तब उन्हें समाजिक और आर्थिक दंड दिया जाएगा। बैठक मे देवशरण सिंह, रामलाल सिंह, लक्ष्मी सिंह, नाथुन सिंह, कामेश्वर सिंह, ददन सिंह, दीनानाथ सिंह, दुखी सिंह, राजेश्वर, सिंह नंदु सिंह व गुरूजी उपेन्द्रनाथ सिंह शामिल थे।

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