भारत सरकार के 2 मंत्रियों ने साफ-साफ कहा है कि दूसरे देशों की धरती पर बैठकर भारत को धमकी देने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कनाडा में बैठकर भारत के खिलाफ साजिशें रचने वालों, भारत के नागरिकों को धमकी देने वालों, भारत की संप्रभुता को चुनौती देने वालों को रोकने की जिम्मेदारी कनाडा की सरकार की है लेकिन भारत को लगता है कि जस्टिन ट्रूडो की सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रही है, ट्रूडो अपना फर्ज अदा करने के बजाए भारत पर उल्टे सीधे इल्जाम लगा रहे हैं, जिनका कोई सिर पैर नहीं है। असल में ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ और ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ जैसे कुछ विदेशी अखबारों में एक खबर छपी है जिसमें कहा गया है कि भारत के ऑपरेटिव्स खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ऐन मौके पर इसे विफल कर दिया गया। भारत ने अमेरिका से इस आरोप के बारे में सबूत मांगे हैं। भारत ने ये भी कहा है कि भारत आंतकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाता है, आगे भी अपनाएगा लेकिन आतंकवादियों को इस तरह से खत्म करना हमारी नीति नहीं हैं। लेकिन गुरपतवंत सिंह पन्नू ने जिस तरह से एयर इंडिया के विमान को उड़ाने की धमकी दी, जिस तरह से गाजा में इंडियन डिप्लोमैट पर हमला करने की बात कही, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ‘आप की अदालत‘ में मेरे मेहमान थे। हरदीप पुरी ने विस्तार से बताया कि पन्नू है कौन, कहां रहता है, उसका एजेंडा क्या है, उसको पैसे कौन देता है, वो किसके इशारे पर काम करता है और कैसे वो अमेरिका और कनाडा में भारत के खिलाफ साजिशें रचता है। हरदीप पुरी 39 साल तक भारतीय विदेश सेवा में रहे। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिध रहे। अब नरेन्द्र मोदी की सरकार में मंत्री हैं। पुरी ने ‘आप की अदालत’ में कहा कि गुरपतवंत सिंह पन्नू पाकिस्तान का पिट्ठू है, ISI के इशारे पर काम करता है, इस्लामाबाद से उसे पैसा मिलता है, उसका एक पाकिस्तानी बिजनेस पार्टनर मुहम्मद सलमान युनुस है, और दोनों मिल कर आईएसआई के इशारे पर काम करते हैं। मैंने हरदीप पुरी से पूछा कि जो लोग भारत के खिलाफ साजिशें रचते हैं, धमकियां देते हैं, क्या उन्हें खत्म नहीं करना चाहिए? इस पर हरदीप पुरी बहुत कुछ बोलते-बोलते रुक गए। उन्होंने कहा कि दिल में जो है वो कह नहीं सकता लेकिन भारत की नीति इस तरह की नहीं है। पन्नू पिछले हफ्ते वीडियो जारी किया था जिसमें उसने एयर इंडिया के विमानों को उड़ाने की धमकी दी थी। कहा था कि 18 नंबवर के बाद सिख एयर इंडिया से सफ़र न करें। एक दूसरे वीडियो में पन्नू ने फिलिस्तीन में भारत के डिप्लोमैट का नाम लेकर मारने की धमकी दी थी। इन्ही हरकतों के बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाया। NIA ने गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ केस दर्ज किया। दिल्ली, अहमदाबाद, अमृतसर हवाईअड्डों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई।
इससे पहले पन्नू ने इसी साल जून में कनाडा में भारतीय राजनयिकों की तस्वीरों और उनके नाम के साथ पोस्टर लगवाये और उन्हें मार डालने की धमकी दी। ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी के वक़्त कनाडा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या दिखाने वाली एक झांकी निकलवाई। कनाडा के कई शहरों में भारत विरोधी प्रदर्शन किए गए। पन्नू भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की लिस्ट में है। पन्नू अमृतसर के पास एक गांव खानकोट का रहने वाला है। 1990 के दशक में वो वकालत करने अमेरिका गया था लेकिन वहां जाकर भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो गया। पन्नू ने सिख फॉर जस्टिस के नाम से एक संगठन बनाया। ISI से उसे पैसा मिलता है और ISI के इशारे पर कभी कनाडा में सिखों की छोटी मोटी रैलियां निकालता है, तो कभी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में पैसा बांटकर भारत के खिलाफ प्रदर्शन करवाता है। जैसा हरदीप पुरी कह रहे थे कि वो कनाडा में सड़क पर खड़े होकर भारत के ख़िलाफ पर्चियां बांटता है। 2020 में पन्नू को वैंकूवर में खालिस्तान पर जनमतसंग्रह के नाम पर लोगों को पर्चियां बांटते देखा गया था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा है कि पन्नू खतरनाक इरादों वाला पाकिस्तानी एजेंट हैं, कनाडा की सरकार ने अपनी धरती पर इस तरह के लोगों को भारत के खिलाफ के साजिशें रचने की छूट दे रखी है और इससे वहां मौजूद भारतीय राजनयिकों की जान को खतरा पैदा हो गया है, इसे भारत कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
पन्नू जैसे खालिस्तानी आतंकवादियों की वजह से कनाडा में सिख समुदाय बदनाम हो रहा है। ISI के इशारे पर पन्नू और खालिस्तान समर्थक आतंकवादी, कनाडा के गुरुद्वारों में जाकर सिखों को भड़काते हैं, चंदा जुटाते हैं। ‘आप की अदालत’ में हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उन्हें तो कनाडा सरकार की बुद्धि पर तरस आता है, ट्रूडो की मति मारी गई है। हरदीप पुरी ने कहा कि ट्रुडो जिस तरह से आंतकवादियों को पनाह दे रहे हैं, उनका समर्थन करते हैं, उससे तो लगता है कि खालिस्तान अगर कभी बने, तो कनाडा में ही बनना चाहिए। हरदीप पुरी ने अपने 39 साल लंबे डिप्लोमैटिक करियर के बहुत सारे अनुभव शेयर किए, कई राज़ खोले। हरदीप पुरी ने बताया कि जब उनकी पोस्टिंग कोलंबो में थी, तो कैसे वो उत्तरी श्रीलंका के जाफना के जंगलों में जाकर LTTE के चीफ प्रभाकरण से मिले, रात के अंधेरे में लैंडमाइन के बीच उन्हें जाना पड़ा। कैसे प्रभाकरण को शांति समझौते के लिए तैयार कराया, फिर जान पर खेलकर प्रभाकरण को हेलीकॉप्टर में बैठाकर भारत लाए, राजीव गांधी से उनकी मुलाकात करवाई। ‘आप की अदालत’ में हरदीप पुरी की पत्नी लक्ष्मी पुरी भी मौजूद थीं। लक्ष्मी उस समय कोलंबो में भारतीय उच्चायोग में प्रेस सचिव थीं। उन्होंने बताया कि जब हरदीप जाफना के जंगलों में गए तो उन्हें डर तो लगा पर उन्हें भगवान पर भरोसा था। हरदीप पुरी ने बताया कि उन्होंने गुरु गोविंद सिंह को याद किया। गुरु की वाणी से उन्हें हिम्मत मिली। ‘आप की अदालत’ का ये पूरा एपिसोड आप देख सकेंगे इंडिया टीवी पर आज रात 10 बजे। (रजत शर्मा)
देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 24 नवंबर, 2023 का पूरा एपिसोड